



प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना बनी अखिलेश का सहारा
03 पॉली पौण्ड बनाकर आधुनिक पध्दति से हाईडेन्सीटी में किया मत्स्य पालन
अखिलेश प्रतिमाह 07 से 08 लाख रुपये शुद्ध आय अर्जित कर रहे हैं
कलेक्टर ने डेडगांव में मत्स्य सम्पदा योजना में निर्मित अद्योसंरचनाओं का किया अवलोकन
📝खरगोन से ब्यूरो चीफ अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
कलेक्टर श्री सुश्री भव्या मित्तल द्वारा 02 जुलाई को मत्स्य विभाग अंतर्गत संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में निर्मित अद्योसंरचनाओं का अवलोकन किया गया। इस योजना अंतर्गत ग्राम डेडगॉव विकासखण्ड कसरावद में श्री अखिलेश पिता रमेशचन्द्र द्वारा 01 एकड़ कृषि भूमि में 03 पॉली पौण्ड बनाकर आधुनिक पध्दति से हाईडेन्सीटी में मत्स्य पालन व्यवसाय किया किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ने अखिलेश के जीवन में नई उम्मीद और समृद्धि की राह खोली है। कलेक्टर सुश्री मित्तल द्वारा श्री अखिलेश से मत्स्य पालन से जुडी जानकारी जैसे तालाब निर्माण, मत्स्यबीज, मत्स्य आहार, एवं मत्स्य विक्रय आदि कि विस्तृत जानकारी ली।
श्री अखिलेश ने मत्स्यपालन व्यवसाय अपनाकर 01 एकड कृषि भूमि में 03 पॉली पौण्ड बनाकर प्रति वर्ष 28 यक 30 मैट्रीक टन मत्स्यत्पादन कर 7-8 लाख रुपये की शुध्द आय अर्जित की है। उन्होंने बताया कि तालाबों से निकलने वाले पानी का उपयोग खेतों में सिंचाई के लिए किया जाता है। जो फसल के लिए जैविक खाद के रूप में उपयोगी होकर फसल में लागत कम कर उत्पादकता बढाता है। श्री अखिलेश द्वारा वर्ष 2022-23 से खेती किसानी के साथ-साथ मत्स्यपालन व्यवसाय अपनाया गया। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के सहयोग से अखिलेश न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने, बल्कि गांव के अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं। अखिलेश की सफलता से प्रेरित होकर गांव के दो अन्य किसानों ने भी मत्स्य पालन का व्यवसाय अपनाया है।
भ्रमण के दौरान ही कलेक्टर सुश्री मित्तल द्वारा ग्राम डेडगॉव में आगनवाडी में बच्चों को केला, सेवफल आदि फल फ्रुट व खाद्य सामग्री का वितरण कर आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को बच्चों के पोषण को ध्यान में रखते हुए नियमित बच्चों का वजन व हाईट नापने तथा गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार वितरण के निर्देश दिये।
कलेक्टर सुश्री मित्तल द्वारा मत्स्य विभाग द्वारा संचालित शासकीय मत्स्यबीज प्रक्षेत्र, ग्राम बामन्दी का भी निरीक्षण कर यहॉ विभागीय अधिकारियों से मत्स्यबीज उत्पादन की तकनीकी जानकारी लेते हुये मत्स्य ब्रिडिंग का कार्य एवं चायनिज हैचरी का अवलोकन किया गया। कलेक्टर सुश्री मित्तल द्वारा स्थानीय मत्स्य कृषकों एवं तालाबों पट्टाधारक समितियों को उच्च गुणवता का मत्स्य बीज उपलब्ध कराते हुए वर्षाकाल में जिले के सभी तालाब/जलाशयों में मत्स्य बीज संचयन कराने एवं प्रदेश के बाहर से अमानक एवं गुणवत्तावहीन मत्स्यबीज परिवहन पर रोक लगाने के साथ ही मत्स्यबीज के स्पॉन/फ्राय आदि के लक्ष्यों की शत प्रतिशत उपलब्धि अर्जित करने के लिए निर्देशित किया गया। इस दौरान बामन्दी मत्स्य बीज प्रक्षेत्र में कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल द्वारा एक पेड़ मॉ के नाम पौधारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से सभी से पौधारोपण अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की।